Loksabha Election 2024: मैनपुरी लोकसभा सीट का इतिहासPunjabkesari TV
7 months ago मैनपुरी लोकसभा सीट समाजवादियों के अभेद्द किले के रूप में जानी जाती है...इस सीट पर दशकों से समाजवादी पार्टी का ही कब्जा है...मुलायम सिंह यादव, धर्मेंद्र यादव, तेज प्रताप यादव यहां से सांसद रह चुके हैं..आज़ादी के बाद 1952 से लेकर 1971 तक कांग्रेस के पास ये सीट रही...उसके बाद जनता दल ने इस सीट को जीता...यह जीत महज एक साल ही रही..क्यों कि 1978 में हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने इस सीट पर दुबारा जीत हासिल की..यह सीट 1980 में जनता दल के पास गई...लेकिन 1984 की कांग्रेस लहर में दोबारा यह सीट कांग्रेस के खाते में आई...उसके बाद से इस सीट पर समाजवादियों का कब्जा हो गया...1989 और 1991 में यहां लगातार जनता पार्टी ने जीत तो दर्ज की. लेकिन 1992 में पार्टी गठन करने के बाद मुलायम सिंह यादव ने यहां से 1996 का चुनाव यहां से लड़ा और बड़े अंतर से जीता... उसके बाद 1998, 1999 में भी ये सीट समाजवादी पार्टी के पास ही रही....2004 में मुलायम ने एक बार फिर इस सीट पर वापसी की, लेकिन बाद में सीट को छोड़ दिया... 2004 में धर्मेंद्र यादव यहां से उपचुनाव में जीते... 2009 के चुनाव में मुलायम यहां दोबारा लौटे और सीट को अपने पास ही रखा.... 2014 के चुनाव में भी मुलायम ने यहां से जीत दर्ज किया...लेकिन उन्होने 2014 में आज़मगढ़ सीट से भी चुनाव लड़ा था...इसलिए वो मैनपुरी सीट अपने पोते तेज प्रताप को दे दी...उपचुनाव में तेज प्रताप यादव यहां से जीते...2019 में फिर मुलायम सिंह यादव ने इस सीट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की...2022 में मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद एक बार सीट पर उपचुनाव हुए,जिसमें डिंपल यादव ने जीत दर्ज की..