इसी 10 points से Akhilesh की सत्ता में होगी वापसी!,आप भी समझिए आखिर क्यों दिख रहे हैं इतने आश्वस्त?Punjabkesari TV
20 hours ago बता दें कि, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए कार्यकर्ताओं को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं.. दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी अलग तैयारी करती दिख रही है... सीएम योगी आदित्यनाथ की कोशिश एक बार फिर ध्रुवीकरण और विकास योजनाओं के जरिए प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने की है। वहीं, पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक यानी पीडीए पॉलिटिक्स के सहारे अखिलेश यादव 10 साल बाद एक बार फिर प्रदेश की सत्ता में वापसी की कोशिश करते दिख रहे हैं... सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद प्रदेश में ये पहला विधानसभा चुनाव होगा... ऐसे में अखिलेश यादव महाकुंभ की अव्यवस्था और मौतों का मुद्दा उठाकर भाजपा की हिंदुत्व वाली राजनीति को काटने के प्रयास में है.. उनकी कोशिश भाजपा के वोट बैंक में सेंधमारी की है...लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान समाजवादी पार्टी के गठन काल से चले आ रहे एम वाई यानी मुस्लिम-यादव समीकरण से आगे बढ़ते हुए अखिलेश यादव ने पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक समाज को जोड़ने वाली राजनीति शुरू की.. लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान मुस्लिम और यादव उम्मीदवारों की संख्या में कटौती कर समाजवादी पार्टी ने पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक उम्मीदवारों पर भरोसा जताया... इसका परिणाम उन्हें ऐतिहासिक सफलता के रूप में देखने को मिला.. 1993 में गठित समाजवादी पार्टी का तीन दशक बाद पहली बार 37 लोकसभा सीटों पर जीत मिली...बता दें कि विधानसभा चुनाव 2027 में अखिलेश यादव इसी समीकरण के सहारे चुनावी राजनीति को साधने की कोशिश करते दिखेंगे...इसकी तैयारी राज्य स्तर पर शुरू कर दी गई है.. आपको बता दे कुछ ऐसे प्वाइंटस हैं जिसको लेकर अखिलेश यादव काफी आश्वस्त दिख रहे हैं पहला...