“कोई बड़का नेता नहीं, सजा सबके लिए बराबर है” SC की 7 Judges की Bench ने पलटा अपना ही एक पुराना फैसलाPunjabkesari TV
9 months ago किसी भी लोकतांत्रिक राष्ट्र की सबसे अहम बॉडी होती है... उसकी न्यायपालिका... जिसे हर वक्त... हर क्षण ये ख्याल रहता है... कि उसके देश में कब क्या बदल रहा है?... क्या घटित हो रहा है?... बदलते सामाजिक परिवेश में अस्थिरता को समर्पित न्याय की व्याख्या में कब क्या कुछ बदले की ज़रूरत है?... उस देश का सर्वोच्च न्यायालय इस बात का बेहद एहतराम करता है... इसमें वो कभी भी अपनी अना को आड़े नहीं आने देता... यही उसके सर्वोच्च मूल्य हैं... जो उसके लिए बहुत मूल्यवान हैं... न्यायपालिका के लिए इससे बढ़कर और कुछ भी नहीं... आज हमारे देश के भी सर्वोच्च न्यायालय ने ऐसा ही कुछ कर दिखाया है... सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया ने 1998 में आए अपने ही एक फैसले पलट दिया है... ये काफी इंटरेस्टिंग बात है... इसलिए, इसपर बात जरूरी है... आपको बताएंगे की संविधान पीठ ने अपने ही एक पुराने फैसले को क्यों पलटा?... आगामी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एससी ऐसी भी क्या ज़रूरत पड़ गई?... हालांकि, एससी के किसी भी फैसले को चुनाव से जोड़ना कहीं न कहीं उचित नहीं होता... पर ये फैसला ही ऐसा है... जो चुनाव से खुद जुड़ता है... ये फैसला समझकर आपको भी ऐसा लगेगा कि सुप्रीम कोर्ट ने लोकतांत्रिक मूल्यों को बेहतरीन तरीके से संरक्षित किया है... और भ्रष्टाचारी नेताओं, नेत्रियों को करारा झटका दिया है...