घर पहुंची छिंदवाड़ा के लाल की पार्थिव देह तो हर आंख हुई नम! घरवालों के रोके नहीं रुके आंसू तो गांव वाले भी गमगीन! मां और पत्नी को छोड़ गया अकेला!Punjabkesari TV
4 months ago Kbeerdas Chindwara
मोंटाज विडियो को एंबियस के साथ लगाना...20 सेकेंड
घर पहुंची छिंदवाड़ा के लाल की पार्थिव देह तो हर आंख हुई नम! घरवालों के रोके नहीं रुके आंसू तो गांव वाले भी गमगीन! मां और पत्नी को छोड़ गया अकेला!
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घर पहुंची छिंदवाड़ा के लाल की पार्थिव देह तो हर आंख हुई नम!
घरवालों के रोके नहीं रुके आंसू तो गांव वाले भी गमगीन!
मां और पत्नी पर टूटा दुखों का पहाड़!
सैनिक सम्मान के साथ कबीरदास को दी गई श्रंद्धाजली
मंत्री उइके और सांसद विवेक साहू ने बंधाया ढांढस
कश्मीर में आंतकियों से लोहा लेते हुए हुआ शहीद!
आतंकवादियों से लोहा लेते हुए वीरगती को प्राप्त छिंदवाड़ा के लाल की पार्थिव देव घर पहुची तो माहौल गमगीन हो गया.. पार्थिव शरीर को देखते ही जहां परिजनों के आँखों से आंसू बहने लगे वहीं मौजूद लोग की भावुक हो गए.. मुठभेड़ में शहीद हुए कबीरदास उइके का पार्थिव शरीर उनके निवास केड़िया पुलपुलडोह पहुँचने पर चीख पुकार मच गई..घर का हर एक सदस्य कबीरदास के शऱीर को देखकर गम में डूब गया...घरवालों को यकीन ही नहीं हो रहा था कि उनके दिल का टुकड़ा अब इस दुनिया से बहुत दूर जा चुका है...आप देख सकते हैं कि घरवालो की सिसकती सांसे और गम में डूबे चेहरे माहौल को गमगीन बना रहे थे...वहीं दूसरी ओर पूरे सैनिक सम्मान के साथ कबीरदास को श्रंद्धाजली दी गई...इस दुख के मौके पर प्रदेश की पीएचई मंत्री संपतिया उइके ने परिजनों को सांत्वना दी..और ढांढस बंधाया.
बाइट 1- संपतिया उइके, पीएचई मंत्री 00.00 से 00.42
गौरतलब है कि दो दिन पहले जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ कांस्टेबल कबीर दास घायल हो गए थे.. बुधवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली..कबीरदास बिछुआ विकासखंड ग्राम पुलपुलडोह के रहने वाले थे.. मुठभेड़ की खबर मिलने के बाद पूरे गांव में मातम का पसर गया था..और जब उनकी बाडी गांव में पहुची तो सबकी आंखें नम हो गई..इस गमगीन मौके पर सांसद विवेक बंटी साहू ने शहीद के घर पहुंचकर दुख जताया है
बाइट 2- विवेक बंटी साहू, सांसद
आपको बता दे कि वर्ष 2011 में कबीर उइके का चयन सीआरपीएफ में हुआ था.. 4 साल पहले ममता उइके से उनका विवाह हुआ था.. परिवार में एक छोटा भाई और मां है.. दो बहनों की शादी हो चुकी है..जबकि कबीरदास की कोई संतान नहीं है.. 35 वर्ष की उम्र में देश के लिए शहीद होने वाले कबीरदास के लिए हर कोई रो रहा है.. कबीरदास को श्रद्धाजंली देने के लिए कलेक्टर शीलेंद्र सिंह, एसपी मनीष खत्री सहित कई अधिकारी गांव पहुँचे
पंजाब केसरी केलिए छिंदवाड़ा से साहुल सिंह
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