Bihar

सासाराम सीट पर क्या जीत हासिल कर पाएंगे शिवेश राम, 25.58 फीसदी मुस्लिम वोटर तय करेंगे चुनावी नतीजाPunjabkesari TV

7 months ago

बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से एक सासाराम लोकसभा सीट है...यह रोहतास जिले का मुख्यालय भी है...अफगान शासक शेरशाह सूरी का मक़बरा यहीं पर है...शेरशाह द्वारा बनवाया गया देश का प्रसिद्ध ग्रैंड ट्रंक रोड इसी शहर से होकर गुज़रती है...यहीं एक पहाड़ी पर गुफा में अशोक का लघु शिलालेख संख्या एक को उकेरा गया है...सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र का निवास स्थान भी यहीं पर है...इस जिले की पहचान पूर्व उप-प्रधानमंत्री स्वर्गीय जगजीवन राम के नाम से भी होती है.....जगजीवन राम 1952 से 1984 तक लगातार आठ बार यहां से सांसद चुने गए...1952 में इस सीट का नाम शाहाबाद दक्षिण था...लेकिन 1957 से इस सीट का नाम सासाराम कर दिया गया...आपको बता दें कि उस समय इस सीट पर दो उम्मीदवार चुने जाते थे...ऐसे में 1952 और 1957 में जगजीवन राम और राम सुभाग सिंह दो सांसद चुने गए...1962 से इस सीट पर एक सांसद चुने गए...1962 से 1971 तक कांग्रेस के टिकट पर जगजीवन राम सांसद बने...तो 1977 औऱ 1980 में जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते...लेकिन 1984 के चुनाव से पहले जगजीवन राम जनता पार्टी से अलग हो गए...और इंडियन नेशनल कांग्रेस जगजीवन के नाम से पार्टी बनाई...जिसके बाद 1984 में हुए चुनाव में सासाराम सीट से ही सांसद चुने गए...1989 और 1991 में जनता दल के टिकट पर छेदी पासवान लगातार दो बार सांसद बने...इसके बाद 1996, 1998 और 1999 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर मुनि लाल सांसद बने...तो 2004 और 2009 में कांग्रेस के टिकट पर जगजीवन राम की बेटी मीरा कुमार सांसद चुनी गईं...वहीं 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में छेदी पासवान सांसद चुने गए.....2024 में बीजेपी ने शिवेश राम को टिकट दिया है...सासाराम लोकसभा सीट के अंतर्गत कुल 6 विधानसभा सीटें आती हैं...जिनमें रोहतास जिले की सासाराम, चेनारी और करगहर विधनसभा...और कैमूर जिले की मोहनिया, भभुआ और चैनपुर विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं...