Runnisaidpur Assembly Seat II रुन्नीसैदपुर विधानसभा सीट पर जेडीयू का दावा लग रहा है मजबूत II Bihar Election 2025Punjabkesari TV
1 day ago बिहार के दो सौ 43 विधानसभा सीटों में से एक रुन्नीसैदपुर विधानसभा सीट है.....यह विधानसभा सीट सीतामढ़ी जिले में स्थित है.....इस सीट पर पहली बार साल 1951 में हुए विधानसभा चुनाव में निर्दलीय कैंडिडेट विवेकानंद गिरी को जीत मिली थी......1957 में दूसरी बार हुए चुनावों में कांग्रेस उम्मीदवार त्रिवेणी सिंह विधायक चुने गए थे.....1962 में फिर से निर्दलीय कैंडिडेट के तौर पर विवेकानंद गिरी को जीत हासिल हुई थी......1967 में यह सीट फिर से कांग्रेस की टिकट पर विवेकानंद गिरी फिर से विधायक चुने गए थे.....1969 में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के भुवनेश्वर राय को जीत मिली थी......1972 में इस सीट पर एनसीओ के त्रिवेणी प्रसाद सिंह विधायक बने...1977 में इस सीट पर जनता पार्टी का कब्जा रहा और नवल किशोर शाही विधायक चुने गए थे......1980 और 1984 में यह सीट कांग्रेस के खाते में गई और दो बार लगातार विवेकानंद गिरी विधायक चुने गए थे......1985 में जनता पार्टी की टिकट पर नवल किशोर शाही को जीत मिली थी......इसके बाद 1990 में इस सीट पर जनता दल के नवल किशोर शाही विधायक चुने गए थे......1995 में भी यह सीट जनता दल के ही खाते में गई और भोला राय विधायक चुने गए थे......2000 और 2005 फरवरी में दोनों बार इस सीट पर राष्ट्रीय जनता दल कैंडिडेट भोला राय को ही जीत हासिल हुई.....2005 अक्टूबर और 2010 में इस सीट पर लगातार दो बार जेडीयू का ही दबदबा रहा और गुड्डी देवी दोनों बार विधायक चुनी गईं......इसके बाद 2015 में आरजेडी कैंडिडेट मंगीता देवी को जीत हासिल हुई थी.....वहीं 2020 के चुनाव में जेडीयू उम्मीदवार पंकज कुमार मिश्रा ने जीत हासिल की थी.....